श्रमिक आंदोलन के प्रतीक, राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश पदाधिकारी श्री राम अचल पांडे का निधन, बस्ती में शोक की लहर
बस्ती, 1 अक्टूबर 2025: श्रमिक आंदोलन के पर्यायवाची और राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश
पदाधिकारी श्री राम अचल पांडे जी का आज गोलोकवास हो गया। अवकाश प्राप्त इन वरिष्ठ नेता का निधन न केवल श्रमिक जगत के लिए अपूरणीय क्षति है, बल्कि बस्ती के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में भी एक युग का अंत दर्शाता है। वे अंत से अनंत की ओर प्रस्थित हो चुके हैं, परंतु उनका योगदान मध्याह्न की तरह चमकता रहेगा, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।
श्री पांडे जी का जन्म [जन्म तिथि यदि उपलब्ध हो तो जोड़ें, अन्यथा छोड़ दें] हुआ था। वे दशकों से राज्य कर्मचारी संघ से जुड़े रहे और बस्ती के श्रमिक आंदोलन में उनका अतुलनीय योगदान रहा। मजदूरों के अधिकारों की रक्षा, संघर्षपूर्ण आंदोलनों का नेतृत्व और सामाजिक न्याय की लड़ाई में वे हमेशा अग्रणी रहे। उनकी दूरदर्शिता और निडरता ने असंख्य श्रमिकों को संगठित किया और संघ की मजबूती का आधार बना। अवकाश प्राप्ति के बाद भी वे सक्रिय रहे, युवा नेताओं को मार्गदर्शन देते हुए।
कौटिल्य के भारत समाचार पत्र से उनका विशेष अनुराग रहा। वे पत्रकारिता को सत्यनिष्ठा का माध्यम मानते थे और अक्सर इसके माध्यम से श्रमिक मुद्दों को जन-जन तक पहुंचाते रहे। कौटिल्य परिवार श्री पांडे जी के इस योगदान को सदा स्मरण रखेगा।
श्री पांडे जी के निधन पर श्रमिक संगठनों, राजनीतिक दलों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में गहन शोक की लहर है। राज्य कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने शोक सभा की घोषणा की है, जहां श्रद्धांजलि अर्पित की जाएगी। अंतिम संस्कार की व्यवस्था बस्ती में ही की जा रही है।
कौटिल्य परिवार दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना करता है तथा उनके परिजनों, विशेषकर परिवार के सदस्यों के प्रति गहन शोक संवेदना व्यक्त करता है। हम सुख-शांति की कामना करते हैं कि वे इस दुख को सहन करने की शक्ति प्राप्त करें।
श्री रिंकू श्रीवास्तव, श्री रविंद्र गौतम, रामाधार पाल एवं अन्य जनों ने भी उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रभु से प्रार्थना की है। श्रमिक आंदोलन के इस महान सिपाही को कोटि-कोटि श्रद्धांजलि! उनकी स्मृति अमर रहे।
कौटिल्य भारत समाचार

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