दिल्ली धमाके की जांच UP तक, संतकबीर नगर में खुफिया एजेंसी की टीम सक्रिय कही बस्ती भी तो नहीं?
बस्ती, संतकबीरनगर, उत्तरप्रदेश
दिल्ली के लालकिले के पास हुए धमाके की जांच अब उत्तर प्रदेश के संतकबीर नगर जिले तक पहुँच गई है।खुफिया एजेंसी की एक विशेष टीम शनिवार को जिले में पहुँची और कई चिकित्सा संस्थानों एवं सीएमओ कार्यालय के अभिलेखों का विस्तृत निरीक्षण किया। टीम का ध्यान विशेष रूप से उन डॉक्टरों की डिग्रियों और प्रशिक्षण रिकॉर्ड पर केंद्रित रहा जो विदेश से मेडिकल शिक्षा प्राप्त कर लौटे हैं।
टीम ने सीएमओ से डॉक्टरों की तैनाती, प्रशिक्षण संस्थानों से जुड़े दस्तावेज़, डिग्री सत्यापन,और संविदा पर कार्यरत चिकित्सकों के अभिलेख उपलब्ध कराने को कहा।
स्वास्थ्य विभाग ने खुफिया टीम को सभी जरूरी फाइलें सौंप दीं।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली धमाके की जांच में कुछ ऐसे नाम सामने आए हैं जिनके
मेडिकल पहचान और विदेशी डिग्रियों की सत्यता पर गंभीर संदेह है।
इन्हीं बिंदुओं को स्पष्ट करने के लिए खुफिया एजेंसी ने संतकबीर नगर से जुड़े
मामलों को खंगालना शुरू किया है। टीम ने निजी मेडिकल कॉलेजों और प्रशिक्षण संस्थानों से संबंधित दस्तावेज़ भी खंगाले।
जांच अधिकारियों के अनुसार, यदि किसी डॉक्टर की डिग्री फर्जी पाई जाती है
या किसी का नाम किसी संदिग्ध नेटवर्क से जुड़ा मिलता है, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।विदेश से मेडिकल डिग्री लेकर आने वाले सभी डॉक्टरों के दस्तावेज़ अब
सघन जांच के दायरे में आ गए हैं।जिले में खुफिया एजेंसी की अचानक सक्रियता के बाद स्वास्थ्य महकमे में
हलचल तेज हो गई है और कई डॉक्टरों से अतिरिक्त पूछताछ भी की जा सकती है।
जांच टीम आने वाले दिनों में फिर से जिले का दौरा कर सकती है।
टीम ने सीएमओ से डॉक्टरों की तैनाती, प्रशिक्षण संस्थानों से जुड़े दस्तावेज़, डिग्री सत्यापन,और संविदा पर कार्यरत चिकित्सकों के अभिलेख उपलब्ध कराने को कहा।
स्वास्थ्य विभाग ने खुफिया टीम को सभी जरूरी फाइलें सौंप दीं।
सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली धमाके की जांच में कुछ ऐसे नाम सामने आए हैं जिनके
मेडिकल पहचान और विदेशी डिग्रियों की सत्यता पर गंभीर संदेह है।
इन्हीं बिंदुओं को स्पष्ट करने के लिए खुफिया एजेंसी ने संतकबीर नगर से जुड़े
मामलों को खंगालना शुरू किया है। टीम ने निजी मेडिकल कॉलेजों और प्रशिक्षण संस्थानों से संबंधित दस्तावेज़ भी खंगाले।
जांच अधिकारियों के अनुसार, यदि किसी डॉक्टर की डिग्री फर्जी पाई जाती है
या किसी का नाम किसी संदिग्ध नेटवर्क से जुड़ा मिलता है, तो कठोर कार्रवाई की जाएगी।विदेश से मेडिकल डिग्री लेकर आने वाले सभी डॉक्टरों के दस्तावेज़ अब
सघन जांच के दायरे में आ गए हैं।जिले में खुफिया एजेंसी की अचानक सक्रियता के बाद स्वास्थ्य महकमे में
हलचल तेज हो गई है और कई डॉक्टरों से अतिरिक्त पूछताछ भी की जा सकती है।
जांच टीम आने वाले दिनों में फिर से जिले का दौरा कर सकती है।
कौटिल्य का कहना हैं जब विपरीत परिस्थितिया आजाये तव सबको संशय से ही देखना चाहिए.
जय श्री राम
जवाब देंहटाएं