ठंड बढ़ी, पर बस्ती पालिका अभी भी तैयार नहीं!
बस्ती, उत्तरप्रदेश
तेज़ी से बढ़ती ठंड ने आम नागरिकों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं, लेकिन बस्ती नगरपालिका की तैयारियाँ कागज़ों से बाहर नहीं निकल सकीं। अलाव की व्यवस्था हो, रात में ठंड से बचाव के लिए अस्थायी शेल्टर हो या बुजुर्गों और गरीबों के लिए राहत सामग्री—कहीं भी प्रशासन की सक्रियता दिखाई नहीं दे रही।
जनता पूछ रही है—जब मौसम विभाग पहले ही चेतावनी दे चुका था, तो फिर पालिका ने क्या तैयारी की?
नगर प्रशासन की उदासीनता ने यह साफ कर दिया है कि योजनाएँ तो बनती हैं, पर जमीन पर उतरती नहीं। जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बार-बार ठंड से राहत के लिए सक्रिय उपायों के निर्देश दे चुके हैं।
बस्ती के नागरिकों का यही आग्रह है कि पालिका तुरंत मैदान में उतरे,अलाव स्थल बढ़ाए जाएँरैन-बसेरों में कंबल, रोशनी और सुरक्षा सुनिश्चित होअस्पतालों में ठंड से बचाव के इंतज़ाम मजबूत हों और चौक–चौराहों पर निगरानी बढ़े
ठंड बढ़ रही है… जनता ठिठुर रही है… लेकिन पालिका अभी भी जाग नहीं रही।
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