बस्ती जेल में भ्रष्टाचार का काला चेहरा — सिपाही सचिन श्रीवास्तव पर गंभीर आरोप!
लखनऊ/बस्ती।
उत्तर प्रदेश की जेल व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठे हैं। बस्ती जिला कारागार में तैनात सिपाही सचिन श्रीवास्तव पर गंभीर भ्रष्टाचार और अनुशासनहीनता के आरोप लगे हैं। जेल में बंद कैदियों से लेकर आम लोगों तक से धनउगाही और सुविधाओं के नाम पर वसूली का खुलासा एक लिखित शिकायत के माध्यम से हुआ है।
मुख्यमंत्री को संबोधित शिकायत में बताया गया है कि सिपाही सचिन श्रीवास्तव जेल में जेल चौकी इंचार्ज से मिलीभगत कर वर्षों से मनमानी कर रहे हैं। शिकायतकर्ता के अनुसार, सचिन श्रीवास्तव का परिवारिक प्रभाव जेल प्रशासन पर इतना हावी है कि उनके खिलाफ की गई शिकायतें “लीपा-पोती” कर दी जाती हैं।
सूत्रों के मुताबिक, सचिन श्रीवास्तव के पिता भी इसी जेल में कार्यरत रह चुके हैं और यहीं से सेवानिवृत्त हुए हैं। इसी वजह से जेल में उनका स्थायी नेटवर्क और पकड़ कायम है। बताया जा रहा है कि वे जेल के भीतर कैदियों से सुविधा शुल्क लेकर मनचाही सुविधाएं उपलब्ध कराते हैं।
शिकायत में यह भी कहा गया है कि सिपाही श्रीवास्तव जेल के भीतर प्राइवेट मोबाइल और वीडियो कॉल तक चलवाने में शामिल रहे हैं। इसके अलावा, उन पर “ब्लॉक मेलिंग” और छुट्टी के दौरान अनुचित संपर्कों में लिप्त रहने के भी आरोप लगाए गए हैं।
शिकायतकर्ता आनंद श्रीवास्तव ने मांग की है कि सचिन श्रीवास्तव को तत्काल बस्ती से दूर स्थानांतरित कर उनकी जांच किसी उच्च अधिकारी से कराई जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके।
यदि इन आरोपों की उच्चस्तरीय जांच नहीं हुई तो यह मामला जेल विभाग की साख और शासन की पारदर्शिता पर प्रश्नचिह्न बन सकता है.

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