सोमवार, 10 नवंबर 2025

“नारी पूरे परिवार की मूल शक्ति है : डॉ. कमलेश पाण्डेय”

 

“नारी पूरे परिवार की मूल शक्ति है : डॉ. कमलेश पाण्डेय”

“सशक्त नारी ही सशक्त समाज और राष्ट्र का निर्माण करती है : प्रियंका सिंह”






बस्ती, 9 नवम्बर 2025।
सरस्वती बालिका विद्या मंदिर रामबाग, बस्ती में गोरक्ष प्रांत के अंतर्गत “सप्तशक्ति संगम सम्मेलन” का भव्य आयोजन हुआ। इस श्रृंखला के प्रथम स्वर्णिम अध्याय में कुल 272 माताओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं की अंतर्निहित सात शक्तियों—आत्मविश्वास, नेतृत्व क्षमता, मातृत्व, संवेदना, कर्तव्यनिष्ठा, सहनशीलता और सेवा भाव—को जागृत कर मातृशक्ति को समाज में सशक्त भूमिका प्रदान करना रहा।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता डॉ. कमलेश पाण्डेय तथा विशिष्ट अतिथि श्रीमती पद्मजा उपाध्याय द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्वलन से हुआ। विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत सरस्वती वंदना ने वातावरण को आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया।

विद्यालय की प्रधानाचार्या एवं विभाग संयोजिका श्रीमती प्रियंका सिंह ने स्वागत उद्बोधन में कहा —

“सशक्त नारी ही सशक्त समाज और राष्ट्र का निर्माण करती है। ‘सप्तशक्ति संगम’ मातृशक्ति जागरण का प्रभावी माध्यम है।”

मुख्य वक्ता डॉ. कमलेश पाण्डेय ने अपने प्रेरक संबोधन में गीता के दसवें अध्याय के 34वें श्लोक का उल्लेख करते हुए कहा —

“नारी पूरे परिवार की मूल शक्ति है। जब नारी अपने भीतर छिपी शक्तियों को पहचान लेती है, तभी समाज और राष्ट्र का उत्थान संभव होता है।”
उन्होंने माताओं को माता जीजाबाई, लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर और रानी लक्ष्मीबाई के जीवन से प्रेरणा लेने का संदेश दिया।

विशिष्ट वक्ता श्रीमती पद्मजा उपाध्याय ने कहा —

“भारतीय संस्कृति में परिवार ही समाज का मूल केंद्र है। माताएं संस्कारों की अंतर्यात्रा की प्रथम गुरु होती हैं।”
उन्होंने “लोकल फॉर वोकल” और पर्यावरण संरक्षण को अपनाकर आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर होने का आह्वान किया।

कार्यक्रम में कक्षा 12 की छात्राओं ने ऐतिहासिक नारियों पर आधारित प्रभावशाली नाट्य प्रस्तुति दी

  • माता जीजाबाई – अविका शुक्ला
  • लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर – अंशिका मिश्रा
  • रानी लक्ष्मीबाई – गार्गी पाण्डेय

इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान देने वाली माताओं को सम्मानित किया गया —

  • विशेष उपलब्धि प्राप्त संतान की माता – श्रीमती रेणु पाठक
  • पर्यावरण-अनुकूल जीवन शैली अपनाने वाली – श्रीमती गुड़िया देवी
  • राष्ट्र व समाज सेवा में निःस्वार्थ सक्रिय – श्रीमती लक्ष्मी देवी
  • कर्तव्यपरायणता की मिसाल – श्रीमती पुष्पा पाण्डेय
  • संयुक्त परिवार के संस्कारों को संजोने वाली – श्रीमती शिवकुमारी

कार्यक्रम की प्रश्नोत्तरी का संचालन श्रीमती दीपिका पाण्डेय ने किया।
श्रीमती संगीता शुक्ला एवं श्रीमती वंदना शुक्ला ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यह आयोजन मातृशक्ति की ऊर्जा को बढ़ाने वाला रहा।

आभार प्रदर्शन श्रीमती मंजुला श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
शांति मंत्र के साथ कार्यक्रम का सफल समापन हुआ।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें