मंगलवार, 11 नवंबर 2025

टोल वसूली फुल — सुविधाएँ गुल्ल,बस्ती सहित NHAI के टोल पर वाटर एटीएम बने खंडहर


टोल वसूली फुल — सुविधाएँ शून्य!, प्रतीक एटीएम

बस्ती, उत्तर प्रदेश, 11नवंम्बर 25

बस्ती सहित NHAI के टोल पर वाटर एटीएम बने खंडहर
मड़वा नगर टोल प्लाज़ा पर जनता को पानी तक मयस्सर नहीं, दुकानदारों की मिलीभगत के आरोप“जो सुविधा जनता के अधिकार में थी, उसे तोड़ कर लाभ कमाने वालों को सुरक्षा क्यों?”— राहगीरों की पीड़ा.टोल पर रुकने वाले मुसाफ़िरों की प्यास अधूरीमड़वा नगर टोल पर दोनों ओर वाटर एटीएम लगे थे—राहगीर पानी पी सकें इसलिए।आज हालत ये—मशीनें टूट चुकींटैंक सूखे पड़े,पूरी व्यवस्था घूस-खोरी की भेंट चढ़ी,स्थानीय लोगों का आरोप—“चाय-पानी की दुकानों को नुकसान न हो, इसलिए एटीएम खराब करवाए गए।”सरकारी धन की बर्बादी का खुला खेलटो,ल टैक्स करोड़ों में वसूला जा रहा,सुविधा शून्य,फुट ओवर ब्रिज निरर्थक, सिर्फ़ कागजी दिखावा,NHAI अधिकारी निगरानी से नदारद,जब सेवा नहीं मिल रही, टोल क्यों वसूला जा रहा है?जाँच की ज़रूरत क्या कहती है?

सवाल जवाब
किसने एटीएम तोड़ा? दुकानदारों-ठेकेदारों की मिलीभगत का आरोप
कब टूटे?           सालों  से बंद पड़े
जवाबदेही? कोई तय नहीं
यात्रियों का हक? छीना गया
जन आक्रोश — टोल प्लाज़ा पर ही छला गया आम आदमी,“यह जनता के टैक्स का पैसा है, किसी ठेकेदार की बपौती नहीं!”तत्काल कार्रवाई की माँग,वाटर एटीएम की फिर से बहाली,दोषियों पर एफआईआर,NHAI की स्वतंत्र ऑडिट,हर टोल पर मासिक सुविधा रिपोर्ट सार्वजनिक,बेकार फुट ओवर ब्रिजों की उपयोगिता की समीक्षा,व्यवस्था की नाकामी पर तीखा सवाल,क्या जनता सिर्फ़ वसूली के लिए है?,सुविधा देने की ज़िम्मेदारी किसकी?जब देश के उच्च मंत्री खुद लोकहित की बात करते हैं,तो ग्राउंड पर लूट क्यों जारी है?यह सिर्फ़ मड़वा नगर की कहानी नहीं — देश के हर हाइवे की सच्चाई. है.

1 टिप्पणी: