बस्ती, उत्तरप्रदेश
रामबाग, बस्ती स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में आयोजित प्रांतीय वैदिक गणित, ज्ञान-विज्ञान मेला एवं संस्कृति महोत्सव-2025 अनुशासन, विज्ञान और संस्कृति का अनूठा संगम है। तीन दिवसीय इस आयोजन का उद्घाटन अपर जिलाधिकारी प्रतिपाल सिंह चौहान ने किया। उन्होंने अपने उद्बोधन में अनुशासन को सफलता की कुंजी बताया। उनके अनुसार बाधाएं ही व्यक्ति को निरंतर प्रयास करने और लक्ष्य तक पहुंचने की प्रेरणा देती हैं। यह संदेश विद्यार्थियों के लिए प्रेरणादायी है, क्योंकि शिक्षा केवल ज्ञान प्राप्त करने का साधन नहीं बल्कि जीवन में अनुशासन और कर्मनिष्ठा का आधार भी है।
महोत्सव में विद्या भारती से संबद्ध दस जिलों के लगभग 40 विद्यालयों के 550 विद्यार्थी और 120 आचार्य-आचार्या सम्मिलित हुए। इस अवसर पर विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संगठन मंत्री हेमचन्द्र जी ने भी विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए क्रिया आधारित अध्ययन और वैज्ञानिक नवाचार की महत्ता पर प्रकाश डाला। यह विचार शिक्षा को केवल सैद्धांतिक दायरे तक सीमित न रखकर प्रयोग और नवाचार की दिशा में आगे बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करते हैं।
प्रतियोगिताओं के परिणाम बताते हैं कि बस्ती, गोरखपुर, बलिया, आज़मगढ़ और देवरिया जैसे जिलों के विद्यार्थी विभिन्न विधाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं। विज्ञान प्रश्न मंच, वैदिक गणित प्रश्न मंच, आशु भाषण और विज्ञान प्रयोग जैसी प्रतियोगिताएं छात्रों के ज्ञान, रचनात्मकता और आत्मविश्वास को निखारती हैं। विशेष रूप से बस्ती संकुल की टीमों ने कई प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान अर्जित कर जिले की शैक्षणिक श्रेष्ठता को सिद्ध किया।
इस प्रकार यह मेला केवल प्रतियोगिता का मंच नहीं बल्कि विद्यार्थियों को अनुशासन, संस्कृति और विज्ञान से जोड़ने का सशक्त माध्यम है। ऐसे आयोजन छात्रों के सर्वांगीण विकास, समाज में सकारात्मक ऊर्जा और राष्ट्र निर्माण की दिशा में महत्त्वपूर्ण योगदान देते हैं। समापन समारोह के साथ यह महोत्सव विद्यार्थियों की प्रतिभा को नई दिशा प्रदान करेगा।

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